देहरादून :देहरादून पुलिस व एसटीएफ की कार्रवाई मे दिन दहाडे राजपुर रोड पर हुई डकैती में बड़ी सफलता हाथ लगी है।
दून पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्यवाही मे दो लाख का ईनामी बदमाश विक्रम उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया है। देर रात विधिक कार्यवाही और हथियार बरामदगी के दौरान पुलिस पर हमला करने पर पैर में गोली लगने से घायल हो गया है।
देर रात गहन पूछताछ व कानूनी कार्यवाही के उपरांत हथियार की रिकवरी के लिए प्रेमनगर के जंगल एरिया में अभियुक्त ने पुलिस पर रिकवरी की प्रक्रिया दौरान जानलेवा हमला कर दिया।
संयुक्त टीम ने बचाव में फायर किया तो बदमाश विक्रम के पैर में गोली लगने से बदमाश विक्रम घायल हो गया है।
अभियुक्त विक्रम की निशादेही पर एक लोडेड पिस्टल बरामद कर ली गई है।
रिलायंस ज्वैलरी शोरूम लूट प्रकरण में वांछित चार अन्य अभियुक्तों की तलाश हेतु दून पुलिस तथा एस0टी0एफ0 की टीमों द्वारा अलग-अलग प्रांतो में लगातार दबिशें दी जा रही हैं। अभियुक्तों की तलाश हेतु उत्तर प्रदेश गई पुलिस टीम को 08 दिसंबर को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि डकैती की घटना में शामिल एक अभियुक्त विक्रम कुशवाहा पीलीभीत में छुपा है, जिस पर एक एसटीएफ की पुलिस टीम द्वारा जनपद पीलीभीत में कजरी निरंजनपुर कस्बे में दबिश देकर अभियुक्त विक्रम कुशवाहा को गिरफ्तार किया गया। जिससे पूछताछ कर देहरादून लाया गया। देहरादून में अभियुक्त से विस्तृत पूछताछ में उसके द्वारा 09 नवंबर को रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में अपने अन्य साथियों के साथ डकैती की घटना को अंजाम देना तथा घटना के बाद पुलिस चैकिंग से बचने के लिये घटना में प्रयुक्त पिस्टल को प्रेमनगर क्षेत्रान्तर्गत शिमला बाईपास रोड पर जंगल में छुपाना बताया गया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त को साथ ले जाकर पिस्टल व अन्य सामान की बरामदगी के प्रयास किये गये।
अब तक घटना व साजिश में शामिल आठ बदमाश गिरफ्तार हो चुके हैं।
शिमला बाईपास से अन्दर जंगल में पिस्टल बरामदगी कराने के दौरान अभियुक्त विक्रम द्वारा मौका देखकर पूर्व में जंगल में छुपाई गई लोडेड पिस्टल से पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने की नीयत से फायर कर दिया तथा मौके से भागने का प्रयास करने लगा। पुलिस टीम द्वारा अपने बचाव में अभियुक्त पर जवाबी फायर किया गया। जिसमेें अभियुक्त के पैर पर गोली लग गई । पुलिस द्वारा मौके पर अभियुक्त को दबोचते हुए उसके पास से लोडेड पिस्टल को बरामद करते हुए अभियुक्त को उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पूछताछ में अभियुक्त विक्रम कुशवाहा द्वारा बताया गया कि बिहार जेल में बंद अभियुक्त शशांक व सुबोध के कहने पर उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर रिलायंस शोरूम में डकैती की घटना को अजांम दिया था। घटना से पूर्व 31 अक्टूबर को अभियुक्त बिहार से अपनी गैंग के अन्य साथियो रोहित व अन्नू के साथ स्विफ्ट डिजायर कार से अम्बाला आया था। अम्बाला में उतरने के बाद वह सीधे बिजनौर पहुँचा। जहां 05/06 नवम्बर को उसे दो व्यक्तियो द्वारा घटना में प्रयुक्त आर्टिगा गाडी दी गई थी। जिसे लेकर वह देहरादून आया था। 09 नवंबर को घटना से पूर्व अभियुक्त प्रिंस द्वारा उसे तथा घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों को असलहे उपलब्ध कराये गये थे। घटना को अंजाम देने के लिये अभियुक्त प्रिंस, अभिषेक तथा दो अन्य लोगों के साथ शो रूम में गया था। अभियुक्त विक्रम आर्टिगा कार के साथ शो रूम के बाहर रूका था। घटना को अंजाम देने के बाद वे सभी अलग-अलग रास्तों से सहसपुर की ओर निकले तथा रास्ते में शंशाक तथा सुबोध के कहने पर उनके द्वारा सेलाकुई में सुनसान इलाके में अपनी अपनी गाडियां छोड दी। अपने पास मौजूद असलहे को जंगल में छुपा कर अलग-अलग माध्यमों से वे सभी देहरादून से बाहर निकल गये। अभियुक्त द्वारा घटना में लूटे गये माल को अविनाश व राहुल द्वारा ले जाना बताया गया। जिसके सम्बन्ध में अभियुक्त से विस्तृत पूछताछ की जायेगी।
अभियुक्त विक्रम की निशादेही पर एक लोडेड पिस्टल बरामद कर ली गई है।
रिलायंस ज्वैलरी शोरूम लूट प्रकरण में वांछित चार अन्य अभियुक्तों की तलाश हेतु दून पुलिस तथा एस0टी0एफ0 की टीमों द्वारा अलग-अलग प्रांतो में लगातार दबिशें दी जा रही हैं। अभियुक्तों की तलाश हेतु उत्तर प्रदेश गई पुलिस टीम को 08 दिसंबर को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि डकैती की घटना में शामिल एक अभियुक्त विक्रम कुशवाहा पीलीभीत में छुपा है, जिस पर एक एसटीएफ की पुलिस टीम द्वारा जनपद पीलीभीत में कजरी निरंजनपुर कस्बे में दबिश देकर अभियुक्त विक्रम कुशवाहा को गिरफ्तार किया गया। जिससे पूछताछ कर देहरादून लाया गया। देहरादून में अभियुक्त से विस्तृत पूछताछ में उसके द्वारा 09 नवंबर को रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में अपने अन्य साथियों के साथ डकैती की घटना को अंजाम देना तथा घटना के बाद पुलिस चैकिंग से बचने के लिये घटना में प्रयुक्त पिस्टल को प्रेमनगर क्षेत्रान्तर्गत शिमला बाईपास रोड पर जंगल में छुपाना बताया गया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त को साथ ले जाकर पिस्टल व अन्य सामान की बरामदगी के प्रयास किये गये।
अब तक घटना व साजिश में शामिल आठ बदमाश गिरफ्तार हो चुके हैं।
शिमला बाईपास से अन्दर जंगल में पिस्टल बरामदगी कराने के दौरान अभियुक्त विक्रम द्वारा मौका देखकर पूर्व में जंगल में छुपाई गई लोडेड पिस्टल से पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने की नीयत से फायर कर दिया तथा मौके से भागने का प्रयास करने लगा। पुलिस टीम द्वारा अपने बचाव में अभियुक्त पर जवाबी फायर किया गया। जिसमेें अभियुक्त के पैर पर गोली लग गई । पुलिस द्वारा मौके पर अभियुक्त को दबोचते हुए उसके पास से लोडेड पिस्टल को बरामद करते हुए अभियुक्त को उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पूछताछ में अभियुक्त विक्रम कुशवाहा द्वारा बताया गया कि बिहार जेल में बंद अभियुक्त शशांक व सुबोध के कहने पर उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर रिलायंस शोरूम में डकैती की घटना को अजांम दिया था। घटना से पूर्व 31 अक्टूबर को अभियुक्त बिहार से अपनी गैंग के अन्य साथियो रोहित व अन्नू के साथ स्विफ्ट डिजायर कार से अम्बाला आया था। अम्बाला में उतरने के बाद वह सीधे बिजनौर पहुँचा। जहां 05/06 नवम्बर को उसे दो व्यक्तियो द्वारा घटना में प्रयुक्त आर्टिगा गाडी दी गई थी। जिसे लेकर वह देहरादून आया था। 09 नवंबर को घटना से पूर्व अभियुक्त प्रिंस द्वारा उसे तथा घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों को असलहे उपलब्ध कराये गये थे। घटना को अंजाम देने के लिये अभियुक्त प्रिंस, अभिषेक तथा दो अन्य लोगों के साथ शो रूम में गया था। अभियुक्त विक्रम आर्टिगा कार के साथ शो रूम के बाहर रूका था। घटना को अंजाम देने के बाद वे सभी अलग-अलग रास्तों से सहसपुर की ओर निकले तथा रास्ते में शंशाक तथा सुबोध के कहने पर उनके द्वारा सेलाकुई में सुनसान इलाके में अपनी अपनी गाडियां छोड दी। अपने पास मौजूद असलहे को जंगल में छुपा कर अलग-अलग माध्यमों से वे सभी देहरादून से बाहर निकल गये। अभियुक्त द्वारा घटना में लूटे गये माल को अविनाश व राहुल द्वारा ले जाना बताया गया। जिसके सम्बन्ध में अभियुक्त से विस्तृत पूछताछ की जायेगी।
अभियुक्त विक्रम के साथ बिहार से आये गैंग के अन्य सदस्यों रोहित व अन्नू को अम्बाला पुलिस द्वारा पूर्व में 04 अगस्त को उनके द्वारा अम्बाला के मन्नापुरम गोल्ड फाइनेंस शाखा में किये गये लूट के प्रयास में 05 नवंबर को अम्बाला से गिरफ्तार किया गया था।
गिरफ्तार अभियुक्त विक्रम कुमार कुशवाहा पुत्र राम प्रवेश सिंह निवासी ग्राम पानापुर दिलावरपुर, थाना बिदुपुर, वैशाली बिहार, उम्र 34 वर्ष है।
घटना में पूर्व में गिरफ्तार हुए अभियुक्तों का विवरण
1- विशाल कुमार पुत्र शिवनाथ सिंह निवासी पानापुर दिलावरपुर थाना बिदुपुर, वैशाली
2-अमृत कुमार पुत्र सुरेश सिंह निवासी इनायतपुर परबोधि थाना सराय वैशाली, बिहार
3-अखिलेश कुमार उर्फ अभिषेक उर्फ गांधी पुत्र स्व वैदनाथ सिंह नि. ग्राम बसंतपुर पोस्ट – मथुरापुर, जिला व थाना बाजपटही, जिला सीतामढी, बिहार, उम्र -21 वर्ष
4- कुन्दन कुमार पुत्र कामेश्वर प्रसाद निवासी – विसम्भरापुर पोस्ट – मधुबनी, थाना साहेबगज, जिला मुज्जफरपुर, बिहार, उम- 27 वर्ष
5- मोहम्मद आदिल खान पुत्र स्व0 मतलूब असगर निo मौहल्ला मिल्लट नगर स्टेट कंप्यूटर इंस्टिट्यूट के सामने, फुलवारी शरीफ, थाना फुलवारी शरीफ, पटना, बिहार उम्र -29 वर्ष
6- आशीष कुमार पुत्र सुनील सिंह
निo बल्थी नरसिंह, थाना साहेबगंज, जिला मुजफ्फरपुर, बिहार, उम्र 23 वर्ष
7- अकबर पुत्र जाहिद निवासी फैयाज नगर थाना सैद नागली, जिला अमरोहा, उत्तर प्रदेश, उम्र 25 वर्ष है।