विकासनगर (सेलाकुई) : देहरादून पोंटा हाईवे पर खनन से भरे ओवरलोड वाहन लगातार हादसों का सबब बन रहे हैं। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इन ओवरलोड वाहनों पर कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती। कार्रवाई के नाम पर प्रशासनिक अधिकारी इनके चालान या जुर्माना करके छोड़ देते हैं। प्रशासनिक अमले की लचर कार्य प्रणाली के चलते रेत, बजरी एवं पत्थर जैसी खनन सामग्री से भरे ओवरलोड वाहन दिन-रात सड़कों पर आंधी जैसी तेज रफ्तार गति से बेखौफ दौड़ते हैं।
सेलाकुई में राजावाला रोड के निकट व गुरुद्वारे के ठीक सामने तेज गति से दौड़ता हुआ एक बाईस टायरा ट्राला संख्या UK07CD-4458 जिसमें क्षमता से अधिक पत्थर भरे हुए थे, अनियंत्रित होकर पुलिया की रेलिंग तोड़ते हुए सड़क किनारे गड्ढे में उतर गया। सुबह चार बजे का समय होने एंव ट्रैफिक कम होने के कारण सड़क पर कोई और वाहन या व्यक्ति उक्त ट्राले की चपेट में नहीं आया, अन्यथा कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था।
सेलाकुई का यह क्षेत्र एक औद्योगिक क्षेत्र है जिसमें सुबह-शाम फैक्ट्री में आने-जाने वाले कर्मचारियों की तादाद काफी है। यदि यही हादसा दिन के समय हुआ होता तो कोई भी बड़ी दुर्घटना घट सकती थी। ऐसे ओवरलोड वाहन लगातार हादसों का कारण बन रहे हैं। जिन पर लगाम लगाना अति आवश्यक है, ताकि सड़क से गुजरने वाले लोगों को हादसों के खौफ से निजात मिल सके।