उत्तरकाशी में सुरंग हादसे को हुए 5 दिन बीत चुके हैं। सुरंग में अभी भी 40 लोग फंसे हुए हैं। जो जिंदगी और मौत के बीच की जंग लड़ रहे हैं। रेस्क्यू का काम लगातार जारी है। रेस्क्यू में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत कई नागरिक सुरक्षा बलों के जवान जुटे हुए हैं। रेस्क्यू टीम मलबे के बीच पाइप से एक 900 MM का पाइप डालने की कोशिश कर रही है। हालांकि 5 दिन जीत बीत जाने के बाद भी इस रेस्क्यू अभियान में बचाव एजेंसियों को अभी तक कोई भी सफलता नहीं मिल सकी है। मलबा हटाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए बड़ी ओगुर मशीन लगाई गई है। इसके साथ ही नार्वे और थाईलैंड के विशेषज्ञों की सलाह भी ली जा रही है।
आज केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह ने भी टनल पहुंचकर फंसे हुए लोगों के बारे में जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार टनल हादसे की जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मजदूरों को सकुशल बाहर निकलना ही हमारी प्राथमिकता है।
सुरंग में फंसे एक मजदूर महादेव की आवाज आई है कि मुझे बचा लो। महादेव झारखंड का रहने वाला 22 वर्षीय युवक है जो सुरंग में मजदूरी का काम कर रहा था। महादेव के परिवार वालों को पता तब चला, जब उसने अपने मामा से बात की। यह बातचीत महादेव ने वॉकी टॉकी द्वारा अपने मामा से की। इस बातचीत में महादेव उड़िया भाषा में बोल रहा है कि मुझे बाहर निकाल लो। इसके साथ ही अपने परिवार वालों को चिंता न करने की बात भी महादेव द्वारा कही गई।
एक ताजा समाचार के अनुसार टनल में फंसे मजदूरों को रेस्क्यू करने का ऑपरेशन जारी है। शाम 7:00 बजे तक 12 मीटर तक टनल में ड्रिल की जा चुकी है। मजदूरों को निकालने के प्रयास युद्ध स्तर पर जारी है।