वाराणसी : ज्ञानवापी मस्जिद मामले में कोर्ट के फैसले के बाद आज जुमे की नमाज के चलते वाराणसी में सुरक्षा एलर्ट पर है। मुस्लिम धर्मगुरुओं ने बंदी का ऐलान किया है। हाईकोर्ट में आज मुस्लिम पक्ष की याचिका पर सुनवाई होगी।
ज्ञानवापी में व्यास जी के तहखाने में बुधवार की देर रात अफसरों की मौजूदगी में पूजा शुरू करा दी गई। इसके बाद से ही पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है। अंजुमन इंतजामिया की तरफ से एक पत्र जारी करके मुस्लिम समुदाय से आज कारोबार पूरी तरह से बंद रखने की अपील की गई है। कई इलाकों में मुस्लिम समुदाय ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे हैं। वही आज जुमे की नमाज़ भी है। इसके लिए तीन जिलों से अतिरिक्त फोर्स भी मंगवाई गई है। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों की विशेष निगरानी की जा रही है। इसी कड़ी में पूरे सूबे में पुलिस सक्रिय हो गई है। प्रमुख मस्जिदों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। लखनऊ में टीले वाली मस्जिद पर बैरिकेडिंग कर दी गई है।
काशी विश्वनाथ धाम पर सुरक्षा की दृष्टि से सीआईएफ और केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। अधिकारी लगातार गुरुवार से ही मुस्लिम धर्म गुरु और बुद्धिजीवियों के साथ बैठक कर रहे हैं ताकि अमन-चैन कायम रहे। गुरुवार देर रात डीसीपी व अन्य अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के विशिष्ट लोगों के साथ संवाद किया और शांति व्यवस्था बरकरार रखने पर मंथन किया।
पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन का कहना है कि शांति व्यवस्था कायम रहे इसके लिए पर्याप्त पुलिस फोर्स की व्यवस्था की गई है।
मुस्लिम समाज के विरोध और जुमे की नमाज़ से पहले पूरे ज्ञानवापी परिसर को विशेष रूप से सुरक्षा की दृष्टि से मजबूत किया गया है। हाई अलर्ट के बीच तीन नजदीकी जिलों गाजीपुर, चंदौली और जौनपुर से पुलिस फोर्स मंगवाई गई है। लगभग 12000 से ज्यादा अतिरिक्त पुलिस फोर्स की व्यवस्था रिजर्व रखी गई है। मुस्लिम बाहुल्य और मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है। खास तौर पर काशी विश्वनाथ क्षेत्र के चौक, दालमंडी, नई सड़क, दशाश्वमेध, लक्सा, सोनारपुर बेनियाबाग सहित कुछ अन्य इलाकों में विशेष अलर्ट रखा गया है. इसके अलावा पुलिस की एक विशेष टीम सोशल मीडिया की भी निगरानी कर रही है।